Success Story: मां ने गिरवी रखे गहने, पिता ने की दूसरो के यहां मजदूरी, बेटियां बनी पुलिस कांस्टेबल

Success Story: जब बात मेहनत और लगन की आती है तब बेटा हो या बेटी दोनों ही अपनी जी जान लगा देते है। लेकिन इनके इस सफर में वह खुद ही नही पिसती उनकी फैमिली भी समस्याओं में उलझती है। आज हम ऐसी ही मेहनत और परिश्रम भरी स्टोरी के बारे में बात करने वाले है। यह स्टोरी महाराष्ट्र राज्य के एक किशन परिवार की है जिन्होंने खुद परेशानियां झेली लेकिन अपने बच्चो की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी।

उन्होंने खुद गरीबी में अपना जीवन यापन किया लेकिन अपने बच्चो तक एक आंच तक नहीं आने दी। अधिकतर लोग कहते दिखाई देते है कि जब आप खुद कमाओगे तब आपको पैसे का पता लगेगा।

घर से मिले पैसे किस तरह आ रहे है कहा से आ रहे अधिकतर आज कल के बच्चे नहीं समझते। लेकिन कुछ ऐसे बच्चे भी होते है जो माता पिता की परिस्थिति समझते है और सपने पूरा करने में अपनी पूरी जी जान लगा देते है।

तीन बेटियों की पढ़ाई में मां ने गिरवी रखे गहने

किसान मारुती जाधव की पत्नी ने पैसों की तंगी से अपने गहने मंगल सूत्र गिरवी रख दिया। क्योंकि मारुती जाधव के काम से जरुरते पूरी नहीं हो पा रही थी और पढ़ाई के लिए और पैसों की जरूरत थी। तो मां ने अपना मंगलसूत्र ही गिरवी रख दिया। मां की ममता पिता की मेहनत एक दिन काम आई और तीनो बेटियां पुलिस में भर्ती हो गई।

गांव की ही पंचायत में मिला सम्मान

सबसे पहले सोनाली नाम की लड़की का चयन हुआ जिसे देखकर छोटी बहने भी मोटिवेट हुई। दोनो ने भी पढ़ाई शुरू कर दी और उन्हें भी पुलिस कांस्टेबल के पदों पर चयनित किया गया। गांव में यह पहली बार था कि एक ही परिवार की तीनो बेटियां पुलिस में चयनित हो गई। इसे देखते हुए गांव की ही पंचायत में उन्हे सम्मानित किया गया।

आपकी परिस्थिति कैसी भी है वह आपके इरादों को झुका नही सकती, बस इसे करने के के लिए आपको आज से शुरुआत करनी होगी, कल पर टालने से सिर्फ खुदको संतुष्टि दी जा सकती है।

नत्थू सिंह

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